प्रधानमंत्री युवा लेखक मार्गदर्शन योजना-पीएम-युवा के तीसरे चरण के परिणाम घोषित कर दिए गए हैं। अखिल भारतीय प्रतियोगिता के माध्यम से 43 युवा लेखकों का चयन किया गया है। यह योजना शिक्षा मंत्रालय के अधीन राष्ट्रीय पुस्तक ट्रस्ट द्वारा चलाई जाती है और राष्ट्र निर्माण में युवा लेखकों के योगदान को प्रोत्साहित करने के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप है।
चयनित सभी लेखक 30 वर्ष से कम आयु के हैं और इनका चयन 22 भारतीय भाषाओं और अंग्रेजी में किया गया है, जिससे देश भर में व्यापक भाषाई प्रतिनिधित्व सुनिश्चित होता है। चयनित 43 लेखकों में से 19 महिलाएं और 24 पुरुष हैं। इस योजना का उद्देश्य विभिन्न भारतीय भाषाओं में लेखन को प्रोत्साहित करके समावेशी साहित्यिक विकास को बढ़ावा देना है। चयनित पुस्तक प्रस्तावों को प्रख्यात विद्वानों के छह महीने के मार्गदर्शन में पुस्तकों के रूप में विकसित किया जाएगा।
प्रत्येक लेखक को प्रति माह पचास हजार रुपये की छात्रवृत्ति और प्रकाशित पुस्तक पर 10 प्रतिशत की आजीवन रॉयल्टी प्राप्त होगी। पीएम-युवा योजना के तीसरे चरण के विषयों में राष्ट्र निर्माण में भारतीय प्रवासी समुदाय का योगदान, भारतीय ज्ञान प्रणाली और आधुनिक भारत के निर्माता शामिल हैं।
चयनित लेखकों के लिए अगले वर्ष 10 से 18 जनवरी तक नई दिल्ली में आयोजित होने वाले विश्व पुस्तक मेले के दौरान एक राष्ट्रीय शिविर का आयोजन किया जाएगा। इस योजना के अंतर्गत पुस्तकों का पहला सेट अगले वर्ष प्रकाशित होने की उम्मीद है, जिसका उद्देश्य लेखकों की एक नई पीढ़ी का पोषण करना और भारत के साहित्यिक वातावरण को मजबूत करना है।