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दिसम्बर 9, 2024 3:41 अपराह्न

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संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही विभिन्‍न मुद्दों को लेकर कई बार स्‍थगित

संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही आज विभिन्‍न मुद्दों को लेकर कई बार स्‍थगित हुई। इन मुद्दों में एक प्रमुख व्‍यावसायिक समूह पर कथित रिश्‍वत लेने के आरोप और अमरीका आधारित एक प्रमुख फाउंडेशन के साथ कांग्रेस नेताओं के कथित संपर्क के मुद्दे शामिल हैं।

 

    पहले स्‍थगन के बाद जब लोकसभा की कार्यवाही दोपहर में दोबारा शुरू हुई तो शोर-शराबा होने लगा। कांग्रेस के सांसद सदन के बीचों बीच आ गए और नारेबाजी करने लगे। अध्‍यक्ष ने सदन की कार्यवाही चलने देने की अनुमति देने का आग्रह विरोध कर रहे सदस्‍यों से किया। इस हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्‍थगित कर दी गई।

 

    इससे पहले जब सदन की कार्यवाही सुबह शुरू हुई तो कांग्रेस, डीएमके और अन्‍य विपक्षी दलों ने  भारतीय व्‍यावसायिक समूह की कथित रिश्‍वत के आरोप और अन्‍य मुद्दों पर हंगामा करना शुरू कर दिया। अध्‍यक्ष ओम बिरला ने कहा कि प्रश्‍नकाल महत्‍वपूर्ण है और प्रश्‍नकाल में कोई भी मामला नहीं उठाया जा सकता है।

 

उन्‍होंने सदन की कार्यवाही की अनुमति देने के लिए विरोध कर रहे सदस्‍यों से आग्र‍ह किया। हंगामा जारी रहने के कारण अध्‍यक्ष ने सदन की कार्यवाही दोपहर बारह बजे तक के लिए स्‍थगित कर दी।

 

    दोपहर बारह बजे तक के पहले स्‍थगन के बाद राज्‍यसभा की कार्यवाही जब शुरू हुई तो हंगामा जारी रहा। सत्‍ता पक्ष और विपक्ष के बीच बहसबाजी हुई। सत्‍ता पक्ष ने कांग्रेस नेता और अमरीका आधारित जॉर्ज सोरोस फाउंडेशन के बीच संपर्क के मुद्दों को उठाया।

 

उन्‍होंने राष्‍ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बताते हुए इस मुद्दे पर चर्चा करने की मांग की। वहीं विपक्षी दलों ने एक प्रमुख भारतीय व्‍यावसायिक समूह पर कथित रिश्‍वत लेने के आरोप पर चर्चा कराने की मांग की। उन्होंने सत्ता पक्ष द्वारा सदन की कार्यवाही बाधित करने तथा शून्यकाल और प्रश्नकाल की कार्यवाही नहीं होने देने पर भी आपत्ति जताई।

 

सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि सदन की कार्यवाही चलाना संभव नहीं है, क्योंकि सदन व्यवस्थित नहीं है। उन्होंने कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी। इससे पहले, जब सदन की कार्यवाही आज सुबह जब शुरू हुई तो सभापति ने विभिन्न मुद्दों पर सत्ता पक्ष और विपक्ष द्वारा दिए गए स्थगन नोटिस को खारिज कर दिया।

 

उन्होंने सदन के नेताओं से सदन की कार्यवाही चलने देने का आग्रह किया। सदन के नेता जेपी नड्डा ने कहा कि सत्ता पक्ष सदन चलाना चाहता है और शून्यकाल के दौरान चर्चा होनी चाहिए। उन्होंने विपक्षी दलों पर अपनी सुविधा के अनुसार अपना रुख बदलने का आरोप लगाया।

 

उन्होंने कहा कि यह सशर्त नहीं होना चाहिए और इसके लिए वैध कारण होने चाहिए। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने भी इसी विचार को दोहराया और विपक्ष पर अपनी सुविधा के अनुसार सदन चलाने का प्रयास करने का आरोप लगाया। विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने आरोप लगाया कि सत्ता पक्ष पूर्वाग्रह से ग्रसित है और उसने सदन को नहीं चलने देने का फैसला किया है।

 

    दोनों सदनों की कार्यवाही दोपहर तीन बजे तक के लिए स्‍थगित कर दी गई है।