राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल में 27 घंटे तक प्रसव पीड़ा से ग्रसित महिला को इलाज न मिलने से उसके शिशु की मौत के मामले में स्वत: संज्ञान लिया है। आयोग ने झारखंड सरकार को नोटिस जारी कर दो सप्ताह के भीतर इस मामले में विस्तृत रिपोर्ट दाखिल करने को कहा है।
वहीं, आयोग ने 4 सितम्बर को तेलंगाना के जैनूर में एक महिला के साथ दुष्कर्म और हत्या के प्रयास के कारण पैदा हुई साम्प्रदायिक तनाव की स्थिति की मीडिया रिपोर्ट पर भी स्वत: संज्ञान लिया है। इस मामले में राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर दो सप्ताह के भीतर मामले की विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा गया है।