भव्य कांवड़ यात्रा अपने अंतिम दौर में है। लाखों की संख्या में कांवड़िए हरिद्वार से गंगाजल भरकर अपने गंतव्य की ओर रवाना हो रहे हैं। प्रस्थान के साथ ही कांवड़ियों के आगमन का सिलसिला भी जारी है। कल जलाभिषेक होने के साथ ही कांवड़ मेला भी सम्पन्न हो जाएगा।
कल दोपहर तक सभी कांवड़िए हरिद्वार से अपने गंतव्य की ओर रवाना हो जाएंगे। अब तक साढ़े तीन करोड़ से अधिक शिवभक्त हरिद्वार से गंगाजल लेकर अपने गंतव्यों को रवाना हो चुके हैं। इस बीच, आज भी हरिद्वार में कांवड़ियों का सैलाब उमड़ रहा है। हर-हर महादेव के जयकारों से हर कोई महादेव की भक्ति में डूबा हुआ है।
शिव भक्त सुशील कुमार ने बताया कि वे बुलंदशहर से पैदल हरिद्वार गंगाजल लेने आए हैं। हरिद्वार पुलिस प्रशासन भी पूरी तरह से सड़कों पर मुस्तैदी के साथ दिखाई दे रहा है। इस बार हरिद्वार में कांवड़ के विभिन्न रूप देखने को भी मिले। कोई अपनी मां को कांवड़ में बैठाकर ले गया, तो किसी महिला ने अपने दिव्यांग पति को पीठ पर ले जाकर गंगाजल उठाया।
वहीं स्वर्णमय शिव प्रतिमा को किसी ने कांवड़ का आकर्षण बनाया, तो कोई राम मंदिर और केदारनाथ मंदिर की प्रतिकृति बनाकर कांवड़ ले गया।