सरकार ने 12 हजार करोड रूपये से अधिक की अनुमानित लागत से वर्ष 2025-26 के लिए प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के उपभोक्ताओं के लिए सब्सिडी जारी रखने को स्वीकृति दे दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की बैठक में आज यह फैसला किया गया। नई दिल्ली में मंत्रिमंडल के फैसले के बारे में सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि इस योजना से दस करोड 33 लाख से अधिक परिवारों को लाभ हुआ है। सरकार 14 किलो 200 ग्राम के रसोई गैस सिलेंडर पर 300 रूपये तक की सब्सिडी देगी। श्री वैष्णव ने कहा कि यह सब्सिडी वर्ष में नौ बार तक सिलेंडर भरवाने पर मिलेगी।
सरकार ने आईओसीएल, बीपीसीएल और एचपीसीएल सहित सार्वजनिक क्षेत्र की तीन तेल विपणन कंपनियों के लिए तीस हजार करोड रूपये की क्षतिपूर्ति राशि भी मंजूर की है। श्री वैष्णव ने कहा कि घरेलू रसोई गैस की बिक्री पर नुकसान की भरपाई के लिए कदम उठाए गए हैं।
उन्होंने कहा कि ओएमसी के अन्तर्गत क्षतिपूर्ति का वितरण पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय करेगा। इस क्षतिपूर्ति का भुगतान दो किस्तों में किया जाएगा। उन्होंने कहा कि तेल विपणन कंपनियों की वित्तीय स्थिति सुदृढ बनाए रखते हुए वैश्विक ऊर्जा बाजारों में घट-बढ से उपभोक्ताओं की सुरक्षा के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। श्री वैष्णव ने यह भी बताया कि सरकार ने चार हजार दो सौ करोड रूपये के बजट के साथ तकनीकी शिक्षा योजना में बहुविषयी शिक्षा और अनुसंधान सुधार के लिए सहायता को भी स्वीकृति दे दी है। उन्होंने कहा कि इस योजना का उद्देश्य तकनीकी शिक्षा की गुणवत्ता, क्षमता और शासन में सुधार करना है। श्री वैष्णव ने कहा कि इस योजना के अन्तर्गत अनुमानित 275 सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त तकनीकी संस्थानों का चयन और समर्थन होने की संभावना है।
सूचना और प्रसारण मंत्री ने कहा कि सरकार ने चार हजार 250 करोड रूपये के कुल आवंटन के साथ असम और त्रिपुरा के लिए विशेष विकास पैकेज की मौजूदा केन्द्रीय क्षेत्र की योजना के तहत चार नए घटकों की भी स्वीकृति दी है। उन्होंने कहा कि अवसंरचना और आजीविका परियोजना के विकास से इन राज्यों में आमदनी बढने के साथ रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होंगे।
प्रसारण मंत्री ने बताया कि सरकार ने तमिलनाडु में चार लाइन के मरक्कनम-पुद्दुचेरी राजमार्ग के निर्माण को भी स्वीकृति दी। उन्होंने कहा कि इस परियोजना पर कुल दो हजार 157 करोड रूपये खर्च होंगे। श्री वैष्णव ने कहा कि इस परियोजना से मौजूदा गलियारे में भीडभाड कम होगी और चेन्नई, पुद्दुचेरी, विलुप्पुरम और नागपट्टिनम जैसे तेजी से बढ रहे कस्बों की जरूरतें पूरी होंगी।