दिसम्बर 1, 2025 7:54 अपराह्न

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कर्तव्य-पालन के संदेशों से सुशोभित गीता ग्रंथ का भारतीय पारिवारिक, सामाजिक और आध्यात्मिक जीवन में अत्यंत विशिष्ट स्थान रहा :प्रधानमंत्री मोदी

देशभर में आज गीता जयंती मनाई जा रही है। यह दिन उस पल की याद दिलाता है जब भगवान श्रीकृष्ण ने पांच हजार वर्ष से भी पहले कुरुक्षेत्र के रणक्षेत्र में अर्जुन को भगवद गीता का कालजयी उपदेश दिया था। गीता जयंती भगवान श्रीकृष्ण द्वारा दिए गए सार्वभौमिक ज्ञान की याद दिलाता है, जो लाखों लोगों को उनके आध्यात्मिक और दैनिक जीवन में मार्गदर्शन प्रदान करता है।

 इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी और दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सभी देशवासियों को बधाई दी। एक सोशल मीडिया पोस्ट में श्री मोदी ने कहा कि कर्तव्य-पालन के संदेशों से सुशोभित इस ग्रंथ का भारतीय पारिवारिक, सामाजिक और आध्यात्मिक जीवन में अत्यंत विशिष्ट स्थान रहा है। उन्होंने कहा कि इसके दिव्य श्लोक हर पीढ़ी को निष्काम कर्म के लिए प्रेरित करते रहेंगे।

 वहीं, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि मानव जीवन को धर्म, कर्तव्य और सत्य के आलोक से भर देने वाली श्रीमद्भगवद्गीता सदियों से मनुष्य के अंतर्मन को दिशा देने वाला दिव्य उपदेश है। उन्होने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण का यह अमूल्य उपहार संपूर्ण सृष्टि को साहस, विवेक और समत्व का मार्ग प्रदान करता है।

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