राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) के माध्यम से परीक्षाओं के पारदर्शी, सुचारू और निष्पक्ष संचालन को सुनिश्चित करने के लिए शिक्षा मंत्रालय द्वारा गठित विशेषज्ञों की उच्च-स्तरीय समिति की कल पहली बैठक हुई। समिति के अध्यक्ष डॉ. के. राधाकृष्णन ने नई दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए कहा कि समिति की प्राथमिकता छात्रों और अभिभावकों की चिंताओं और सुझावों को जानना है जिसके लिए उनसे बातचीत की जाएगी। उन्होंने कहा कि समिति छात्रों की कठिनाइयों और तनाव को कम करने के उद्देश्य से एक मजबूत प्रणाली विकसित करने पर भी विचार कर रही है।
सरकार ने इसरो के पूर्व अध्यक्ष डॉ. के. राधाकृष्णन की अध्यक्षता में विशेषज्ञों की सात सदस्यीय समिति का गठन किया है। समिति को दक्षता बढ़ाने, डेटा सुरक्षा प्रोटोकॉल में सुधार करने और एजेंसी की संरचना तथा कार्यप्रणाली की समीक्षा करने के लिए एनटीए की परीक्षा प्रक्रिया में सुधारों की सिफारिश करने का काम सौंपा गया है। समिति मौजूदा प्रक्रियाओं का मूल्यांकन, सुधार के सुझाव और एनटीए में स्पष्ट भूमिकाओं तथा जिम्मेदारियों को परिभाषित करेगी। समिति मौजूदा शिकायत निवारण तंत्र का आकलन कर उसे मजबूत बनाने का प्रस्ताव करेगी। समिति दो महीने में शिक्षा मंत्रालय को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।