उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि समकालीन वैश्विक परिदृश्य विशेष रूप से भारत जैसे शांतिप्रिय देशों के लिए चिंताजनक है। श्री धनखड़ ने आज नई दिल्ली में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह बात कही।
कार्यक्रम के दौरान उपराष्ट्रपति ने कहा कि अपने प्राचीन दर्शन से सशक्त भारत ने हमेशा एक समतल और सामुदायिक विश्व व्यवस्था की कल्पना की है।
उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि ये दर्शन हमेशा प्रासंगिक रहे हैं और वर्तमान समकालीन विश्व में समय की मांग हैं। श्री धनखड़ ने कहा कि भारत ने हमेशा यह संदेश दिया है और इससे कभी विचलित नहीं होगा।