संसद में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच टकराव जारी रहने के बीच विपक्षी सदस्यों ने राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया। उन्होंने सभापति पर पक्षपातपूर्ण तरीके से सदन चलाने का आरोप लगाया। इस बीच सरकार ने विपक्ष के इस कदम की निंदा करते हुए कहा कि सदन में एनडीए का बहुमत है।
संसद के इस शीतकालीन सत्र की शुरुआत हंगामे के साथ हुई थी और पहला सप्ताह बिना किसी कामकाज के निकल गया। दूसरे सप्ताह में सरकार और विपक्ष के बीच आम सहमति बन गई थी, जिसके परिणामस्वरूप सदन में कामकाज सामान्य हो गया था।
हालांकि, यह व्यवस्था अधिक समय तक नहीं चल पाई और सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ने एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप शुरू कर दिए, जिससे सदन में गतिरोध पैदा हो गया। अब संसद में निर्धारित कामकाज के लिए सिर्फ नौ दिन बचे हैं, लेकिन ऐसा लगता नहीं है कि बाकी बचे दिनों में कोई सार्थक कामकाज हो पाएगा।