राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा है कि केंद्र सरकार देश में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के लिए लगातार प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के कार्यान्वयन से महिलाओं को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिला है।
राष्ट्रपति ने आज नई दिल्ली के भारत मंडपम में अटल बिहारी वाजपेई आयुर्विज्ञान संस्थान डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल के 10वें दीक्षांत समारोह को संबोधित किया।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने एक मजबूत स्वास्थ्य सेवा प्रणाली के निर्माण के लिए पिछले दस वर्षों में सरकार के कार्यों पर प्रकाश डाला। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि चिकित्सा महाविद्यालयों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि एमबीबीएस और परस्नातक सीटों की संख्या भी दोगुनी हो गई है।
राष्ट्रपति ने कहा कि अधिकांश नवनिर्मित अखिल भारतीय आर्युर्विज्ञान संस्थानों में एमबीबीएस पाठ्यक्रम शुरू हो गए हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने विश्वास व्यक्त किया कि सरकार के प्रयासों से आने वाले वर्षों में बड़े पैमाने पर गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
राष्ट्रपति ने कहा कि चिकित्सा क्षेत्र में महिला रोगियों के स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं पर कम शोध हुआ है। उन्होंने चिकित्सा जगत से जुड़े सभी लोगों, विशेषरूप से शोधकर्ताओं से महिलाओं के स्वास्थ्य पर शोध करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि इससे बीमारियों के बारे में समझ बढ़ेगी और सार्वजनिक स्वास्थ्य में भी सुधार होगा।
डॉक्टरों के साथ दुर्व्यवहार की दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बारे में राष्ट्रपति ने कहा कि हर किसी को यह समझना चाहिए कि डॉक्टर मरीजों की जान बचाने के लिए हरसंभव प्रयास करते हैं। उन्होंने लोगों से डॉक्टरों और अस्पताल कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार न करने का आग्रह किया। उन्होंने इस प्रकार की किसी भी घटना की निंदा की।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कोविड महामारी के दौरान डॉक्टरों और नर्सों की भूमिका की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने जीवन बचाने के लिए समर्पण के साथ अपने कर्तव्यों का पालन किया और देश हमेशा उनका आभारी रहेगा।
इस अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने इस बात पर बल दिया कि चिकित्सा शिक्षा के उच्चतम मानकों को सुनिश्चित करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
उन्होंने विद्यार्थियों को देश में स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को बेहतर बनाने की दिशा में अपनी प्रतिभा, कौशल और ज्ञान को कुशलतापूर्वक लागू करने के लिए प्रोत्साहित किया।