कोयला मंत्रालय ने आज कहा कि थैलेसीमिया बाल सेवा योजना 500 अस्थि-मज्जा प्रत्यारोपण के सफल-समापन के साथ एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुई है। यह कार्यक्रम थैलेसीमिया के गंभीर रोगियों और अप्लास्टिक एनीमिया के उपचार के लिए प्रति मरीज 10 लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता प्रदान करता है। यह योजना 2017 में शुरू की गई थी और यह 8 लाख रुपये से कम वार्षिक आय वाले परिवारों को सहायता प्रदान करती है।
मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि कोल इंडिया और नेवेली लिग्नाइट कॉरपोरेशन इंडिया लिमिटेड-एनएलसीआईएल की सीएसआर गतिविधियों के तहत उत्तर प्रदेश, राजस्थान, ओडिशा, कर्नाटक और तमिलनाडु में 2 हजार 5 सौ बिस्तरों की संयुक्त क्षमता वाले 28 मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए हैं। सरकारी अस्पताल, कुड्डालोर में डायलिसिस सेंटर की स्थापना के साथ स्वास्थ्य सेवा की पहुंच को बेहतर बनाया गया है।