इस्राइल द्वारा दक्षिणी लेबनान में जमीनी हमला शुरू किए जाने से तनाव बढ़ गया है। इस्राइली डिफेंस फोर्स (आईडीएफ) ने उत्तरी इस्राइल के निवासियों पर तत्काल खतरों का हवाला देते हुए सीमा के निकट हिजबुल्लाह के ठिकानों पर सीमित और लक्षित हमले शुरू किए हैं। एक सुनियोजित रणनीति के अनुसार इस्राइल के ऑपरेशन नॉर्दन एरो अभियान के तहत इन हमलों की स्वीकृति राजनीतिक नेताओं ने दी है। आइडीएफ ने खबर दी है कि सेना इन हमलों की तैयारी में कई महीनों से प्रशिक्षण ले रही थी। सेना को इस्राइली वायुसेना और तोपखानों से समर्थन मिल रहा है। सेना इन क्षेत्रों में सैन्य ठिकानों पर सुनियोजित हमले कर रही है।
यह संघर्ष कई मोर्चों पर फैल चुका है। इस्राइल द्वारा स्थानीय निवासियों को खाली करने के आदेश जारी किए जाने के बाद यह कई सीमावर्ती ठिकानों को निशाना बनाकर बेरूत के दक्षिणी उपनगरों पर और अधिक हवाई हमले शुरू कर चुका है। लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि सिर्फ सोमवार को इन हमलों में लेबनान में कम से कम 95 लोगों की मौत हो गई है।
इस बीच, इस्राइल और हमास ने लेबनान में हमास के प्रमुख फतेह शरीफ अबू अल-अमीन की मौत की पुष्टि की है। इस्राइली सेना के सूत्रों ने बताया कि शरीफ हिजबुल्लाह के लड़ाकों के साथ लेबनान में हमास की आतंकी गतिविधियों में समन्वय करने का जिम्मेदार था। जिस हमले में शरीफ मारा गया वह हमला दक्षिणी लेबनान में चलाए जा रहे इस्राइल के अभियानों का हिस्सा था। सोमवार को कोला के निकट मध्य बेरूत में हुए एक इस्राइली हमले में पॉपुलर फ्रंट फॉर द लिब्रेशन ऑफ फिलिस्तीन (पीएफएलपी) के तीन सदस्यों की मृत्यु हो गई। फिलिस्तीनी सशस्त्र समूह ने मृतकों की पहचान सेना सुरक्षा प्रमुख मोहम्मद अब्देल-आल, सेना कमांडर इमाद ओदेह और फाइटर अब्देल रहमान अब्देल-आल के रूप में की है।