बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए सीटों और टिकट के बटवारे को लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों और उनके सहयोगी दलों के बीच तनातनी जारी है। एनडीए गठबंधन में शामिल भाजपा और जनता दल यूनाइटेड ने उन सीटों के लिए अपने संभावित उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप दे दिया है जिन पर वे चुनाव लड़ने की योजना बना रहे हैं। कल पटना में हुई भाजपा चुनाव समिति की बैठक में उम्मीदवारों की सूची को मंजूरी दी गई।
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी-रामविलास ने भाजपा से 40 सीटों की मांग की है। ऐसे में, चिराग पासवान की पार्टी एक बार फिर बगावत के संकेत देती दिखाई दे रही है। इस बीच, जीतन राम मांझी के दल, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा ने 15 सीटों की मांग करके समीकरणों को और उलझा दिया है। सहयोगी दलों की इन मांगों के कारण एनडीए, अभी तक सीट बंटवारे को लेकर किसी अंतिम निर्णय पर नहीं पहुंच पाया है। भाजपा के वरिष्ठ नेता और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि सीट बंटवारे को लेकर कोई विवाद नहीं है और एनडीए जल्द ही इसकी आधिकारिक घोषणा करेगा। एनडीए के सहयोगियों के बीच जल्द ही बैठकों का एक और दौर होने की उम्मीद है।
दूसरी ओर, महागठबंधन के भीतर, सीपीआई-एमएल, सीपीआई और मुकेश सहनी के नेतृत्व वाली विकासशील इंसान पार्टी ने अपने लिए अधिक सीटों की मांग की है। इससे, गठबंधन के भीतर भी सीट आवंटन को लेकर स्थिति अस्पष्ट है। इस बीच, कांग्रेस केंद्रीय चुनाव समिति ने नई दिल्ली में अपनी बैठक में पहले चरण के चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप दिया है और उन्हें अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में तैयारी शुरू करने का निर्देश दिया है। राष्ट्रीय जनता दल ने भी अपने संभावित उम्मीदवारों को अपने विधानसभा क्षेत्रों में प्रचार शुरू करने को कहा है। प्रशांत किशोर के नेतृत्व वाली जन सुराज पार्टी आज अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा करेगी।