मणिपुर के जिरीबाम जिले में आज सुरक्षा बलों की जवाबी कार्रवाई में दस हथियारबंद उग्रवादियों की मौत हो गई। सूत्रों के अनुसार, जिरीबाम जिले के जाकुरधोर और बोरोबेकरा पुलिस थाना स्थित केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल-सीआरपीएफ की चौकी पर आज दोपहर हथियारबंद उग्रवादियों ने हमला किया। इसके बाद सुरक्षा बलों की जवाबी कार्रवाई में उग्रवादियों की मौत हो गई।
इसके बाद घटनास्थल की तलाशी में उग्रवादियों के 10 शव बरामद किए गए। इसके साथ ही हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किया गया। हमले के दौरान सीआरपीएफ के एक कांस्टेबल को गोली लगी है और उसका असम में इलाज चल रहा है। इसमें मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है।
पुलिस के अनुसार, सुबह के समय पास की पहाड़ियों से आए हथियारबंद उग्रवादियों ने बोरोबेकरा उपविभाग में गांवों में खाली पड़े घरों, दुकानों और अन्य इमारतों में आग लगा दी और इलाके में कई विस्फोटक भी किए। इस बीच, संदिग्ध सशस्त्र उग्रवादियों ने सीआरपीएफ के कैंप पर हमला किया और इसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई।
दूसरी ओर, मणिपुर के विभिन्न हिस्सों में आज गोलीबारी की घटनाएं सामने आई हैं। बिष्णुपुर जिले के अंतर्गत सैटन इलाके में हुई गोलीबारी की घटना में एक व्यक्ति घायल हो गया।
इम्फाल पूर्वी जिले के संटी खोंगबल गांव में खेत में काम कर रहे दो किसान भी गोली लगने से घायल हो गए। उन पर संदिग्ध सशस्त्र उग्रवादियों ने पास की पहाड़ियों से हमला किया।
मणिपुर के जिरीबाम जिले में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। जिला-मजिस्ट्रेट द्वारा आज दोपहर जारी किए गए आदेश में पांच या उससे अधिक व्यक्तियों के एकत्र होने पर रोक लगाई गई है और यह गैरकानूनी हो सकता है।
आदेश के अनुसार, किसी भी व्यक्ति के अपने निवास स्थान से बाहर जाने के दौरान हथियार या अन्य आक्रामक वस्तु ले जाने पर रोक लगाई गई है।