उत्तर प्रदेश में ईद-उल-अजहा के लिए विशेष तैयारियां की गई हैं। 17 जून को मनाये जाने वाले ईद के त्योहार के लिए राज्य के विभिन्न हिस्सों में मवेशियों की बिक्री के लिए अस्थायी बाजार स्थापित किए गए हैं।
लखनऊ स्थित इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया द्वारा ईद-उल-अजहा-बकरीद के लिए जारी एक परामर्श में कहा गया है कि ईद मनाने वाले लोग, जानवरों की बलि की तस्वीरें सोशल मीडिया पर अपलोड न करें तथा अन्य समुदायों की धार्मिक भावनाओं का आदर करें। मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने कहा कि कुर्बानी 17, 18 और 19 जून को की जा सकती है। उन्होंने कहा कि हर वर्ष की तरह, केवल अनुमति प्राप्त जानवरों की कुर्बानी की जानी चाहिए और सार्वजनिक स्थान, सड़क के किनारे तथा गलियों में कुर्बानी नहीं की जानी चाहिए। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे सड़कों या गलियों के स्थान पर ईदगाह और मस्जिदों में ही नमाज पढ़ें।