नवम्बर 23, 2025 11:44 पूर्वाह्न | #IndiaG20 #G20Summit #EconomicRelations #SudhakarDalela #GlobalDiplomacy

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विदेश मंत्रालय में आर्थिक संबंध विभाग के सचिव सुधाकर दलेला ने भारत के लिए जी20 शिखर सम्मेलन का महत्व रेखांकित किया

विदेश मंत्रालय में आर्थिक संबंध विभाग के सचिव सुधाकर दलेला ने भारत के लिए जोहान्सबर्ग में आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन का महत्व रेखांकित किया है। उन्‍होंने देश के प्रमुख योगदान और जी20 की अध्यक्षता की चिरस्थायी विरासत पर प्रकाश डाला। कल जोहान्सबर्ग में एक विशेष प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए, सुधाकर दलेला ने कहा कि एकजुटता, समानता और स्थिरता के व्यापक विषय के अंतर्गत, इस वर्ष के जी20 ने दक्षिण अफ्रीकी अध्यक्षता द्वारा चिन्हित चार प्रमुख प्राथमिकताओं पर एक सशक्त संदेश दिया है।

 

इनमें आपदा प्रतिरोधक क्षमता और प्रतिक्रिया को मजबूत करना, निम्न-आय वाले देशों के लिए ऋण स्थिरता सुनिश्चित करना, सतत आर्थिक विकास के लिए महत्वपूर्ण खनिजों का दोहन और न्यायसंगत ऊर्जा परिवर्तन के लिए धन जुटाना शामिल है। उन्होंने कहा कि भारत की जी20 अध्यक्षता के दौरान की गई कई पहल और परिणाम निरंतर विकसित हो रहे हैं, गति पकड़ रहे हैं और समूह में ठोस प्रगति में परिवर्तित हो रहे हैं। उन्‍होंने कहा कि दक्षिण अफ्रीका ने अपनी अध्यक्षता के दौरान भारत के प्रयासों को प्रभावी ढंग से आगे बढ़ाया है।

 

शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के योगदान पर विचार करते हुए, सुधाकर दलेला ने कहा कि प्रधानमंत्री ने कुशल प्रवास, पर्यटन, खाद्य सुरक्षा, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, डिजिटल अर्थव्यवस्था, नवाचार और महिला सशक्तीकरण सहित महत्वपूर्ण क्षेत्रों में दक्षिण अफ्रीकी अध्‍यक्षता के काम की सराहना की।

 

सुधाकर दलेला ने कहा कि प्रधानमंत्री ने वैश्विक शासन संरचना में ग्लोबल साउथ के लिए एक मजबूत आवाज सुनिश्चित करने के महत्व को भी दोहराया। इस संदर्भ में, उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने दो साल पहले नई दिल्ली में भारत की अध्यक्षता के दौरान अफ्रीकी संघ को जी20 के स्थायी सदस्य के रूप में शामिल करने को याद किया, जो एक बड़ा कदम था और इस बात पर जोर दिया कि समावेशिता की यह भावना जी20 से आगे भी जारी रहनी चाहिए।