श्रीलंका ने अपने आर्थिक सुधारों के प्रयासों में महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करते हुए अंतरराष्ट्रीय बॉन्ड पुनर्गठन का काम पूरा कर लिया है। एक बयान में, श्रीलंका के वित्त मंत्रालय ने घोषणा की कि पुनर्गठन में 25 नवंबर को जारी की गई नई प्रतिभूतियों के लिए डिफ़ॉल्ट अंतर्राष्ट्रीय सॉवरेन बॉन्ड आईएसबी का आदान-प्रदान शामिल था।
इस पहल में अच्छी भागीदारी देखी गई और लगभग 98 प्रतिशत बकाया आईएसबी को परिवर्तित किए जाने की उम्मीद है।
राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके ने कहा है कि इस उपलब्धि से श्रीलंका ने अंतरराष्ट्रीय और घरेलू दोनों बॉन्डधारकों का विश्वास प्राप्त किया है।
श्रीलंका अप्रैल 2022 में आर्थिक संकट के चरम पर अपने बाहरी ऋण दायित्वों को पूरा नहीं कर पाया था। देश आवश्यक वस्तुओं की कमी से जूझ रहा था और विदेशी मुद्रा संकट के कारण कई आवश्यक वस्तुओं का आयात करना मुश्किल हो गया था।
भारत से साढे चार अरब डॉलर की उदार सहायता और दो अरब 90 करोड डॉलर के अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के वित्तपोषण पैकेज को सुरक्षित करने के साथ, श्रीलंका ने आर्थिक सुधार की दिशा में प्रयास किए।