भीषण चक्रवात दाना ने कल ओडिशा के भित्तरकनिका राष्ट्रीय उद्यान और धामरा के बीच पहुंचने के साथ ही तटवर्ती जिलों केन्द्रपाड़ा, भद्रक और बालेश्वर के कई हिस्सों को नुकसान पहुंचाया है। दाना के तट से टकराने की प्रक्रिया आज सुबह पूरी हुई। इसके असर से कई बड़े पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए और कच्चे मकान नष्ट हो गए। कई क्षेत्रों में धान की फसल को भी नुकसान पहुंचा है। किसी के हताहत होने की अभी कोई खबर नहीं है। चक्रवात अगले चार घंटों में कमजोर होकर उत्तर ओडिशा के तट को पार कर जाएगा। इस बीच, प्रभावित क्षेत्रों में आज शाम तक बिजली आपूर्ति बहाल हो जाने की संभावना है।
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने आज सवेरे भुवनेश्वर में चक्रवात के बाद की स्थिति की समीक्षा की और प्रभावित जिलों के जिलाधिकारियों से दाना से हुए नुकसान का जायजा लेकर रिपोर्ट सौंपने को कहा है। श्री मांझी ने कहा कि सरकार ने ऐसी किसी भी आपदा में जान के नुकसान को शून्य रखने की नीति बनाई है जो सफल हुई है। मुख्यमंत्री आज चक्रवात प्रभावित क्षेत्रों का विमान से सर्वेक्षण करेंगे।