वरिष्ठ लेखक और सेवानिवृत्त न्यायाधीश नरेंद्र चपलगांवकर का आज महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर में 88 वर्ष की आयु में निधन हो गया है।
मराठी शिक्षक के रूप में अपने करियर की शुरूआत करने वाले चपलगांवकर ने 1970 के दशक में बीड में वकालत की। 1980 के दशक में उन्होंने बॉम्बे हाईकोर्ट की औरंगाबाद पीठ में न्यायाधीश के रूप में कार्य किया। चपलगांवकर ने कक्षा 1 से 4 तक के विद्यार्थियों को निःशुल्क पाठ्य पुस्तकें उपलब्ध कराने की पहल की, जो शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण योगदान था।
उनका अंतिम संस्कार आज शाम छत्रपति संभाजीनगर में किया जाएगा। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजित पवार ने उनके निधन पर अपनी संवेदनाएं व्यक्त की है।