अक्टूबर 29, 2024 6:10 अपराह्न

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सेना कमांडरों के दो-दिवसीय सम्मेलन का दूसरा चरण नई दिल्ली में संपन्न

सेना कमांडरों के दो-दिवसीय सम्मेलन का दूसरा चरण आज नई दिल्ली में संपन्न हो गया। सम्मेलन में भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने सीमा और भीतरी इलाकों की सुरक्षा को प्रभावित करने वाले महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार-विमर्श किया।

 

सम्मेलन में विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने भारत को प्रभावित करने वाली वैश्विक और भू-राजनीतिक गतिशीलता पर बात की। उन्होंने वर्तमान विश्व व्यवस्था की चुनौतियों से निपटने के लिए सशस्त्र बलों की आवश्यक तैयारियों पर प्रकाश डाला। श्री जयशंकर ने उन्नत तकनीकी के महत्व पर भी बल दिया।

 

    वर्तमान सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करते हुए चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ -सीडीएस और जनरल अनिल चौहान ने सभी क्षेत्रों में एक साथ काम करने के रोडमैप पर बल दिया। उन्होंने कहा कि उभरती चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए आधुनिकीकरण और रणनीतिक स्वायत्तता बेहत आपश्यक है।

 

    नौसेना स्टाफ के प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने भू-राजनीति, प्रौद्योगिकी और रणनीति में तेजी से बदलती गतिशीलता पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि सशस्त्र बलों को हिंद महासागर और भारत-प्रशांत क्षेत्रों में अधिक सक्रिय और अनुकूलनीय बनने की आवश्यकता है।

 

सम्मेलन के दौरान सैनिकों और उनके परिवारों के लिए वित्तीय सुरक्षा योजनाओं पर भी विचार-विमर्श किया गया।