देश में खाद्य पदार्थों की कीमतों में वृद्धि की दर धीमी होने के कारण खुदरा मुद्रास्फीति दिसंबर में घटकर चार महीने के निचले स्तर 5.22 प्रतिशत पर आ गई। यह पिछले महीने 5 दशमलव चार-आठ प्रतिशत थी।
सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, ग्रामीण क्षेत्रों में मुद्रास्फीति 5 दशमलव सात-छह प्रतिशत और शहरी क्षेत्रों में 4 दशमलव पांच-आठ प्रतिशत रही। अखिल भारतीय उपभोक्ता खाद्य मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति दर दिसंबर में 8 दशमलव तीन-नौ प्रतिशत रही।
यह नवंबर में दर्ज 9 दशमलव शून्य-चार प्रतिशत और अक्टूबर के 10 दशमलव नौ प्रतिशत से कम है। ग्रामीण क्षेत्रों में खाद्य मुद्रास्फीति दर 8 दशमलव छह-पांच प्रतिशत और शहरी क्षेत्रों में 7 दशमलव नौ प्रतिशत रही।
मंत्रालय के अनुसार, दिसंबर 2024 के महीने के दौरान सब्जियों, दालों, चीनी, मिष्ठान्न, अनाज और अन्य उत्पादों में मुद्रास्फीति में उल्लेखनीय गिरावट देखी गई है। दिसंबर में खुदरा मुद्रास्फीति भारतीय रिजर्व बैंक के लक्ष्य के अनुरूप रही।