राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा है कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने देश के भुगतान ढांचे को लगातार आधुनिक बनाकर और फिनटेक पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देकर भारत को डिजिटल भुगतान में वैश्विक नेतृत्वकर्ता बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
आज मुंबई में आरबीआई के 90वीं वर्षगांठ समारोह में राष्ट्रपति ने कहा कि पिछले नौ दशकों में केंद्रीय बैंक की उल्लेखनीय यात्रा सरकार की दृष्टि और नीतियों के अनुरूप रही है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जैसे-जैसे भारत अपनी स्वतंत्रता की शताब्दी के करीब पहुंच रहा है, विकसित भारत 2047 मिशन के लिए एक ऐसे वित्तीय पारिस्थितिकी तंत्र जरूरत है जो अभिनव, अनुकूल और सभी के लिए सुलभ हो। राष्ट्रपति मुर्मु ने नाबार्ड, आईडीबीआई और राष्ट्रीय आवास बैंक जैसी प्रमुख संस्थाओं की स्थापना करके वित्तीय पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने में आरबीआई के योगदान को भी स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि इन संस्थाओं ने कृषि, लघु व्यवसाय और आवास क्षेत्रों को आवश्यक सहायता प्रदान की है।