भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कल गैर-बैंक भुगतान प्रणाली संचालकों और फिन-टेक के संघों और स्व-नियामक संगठन (एसआरओ) के साथ बातचीत की।
यह बातचीत भुगतान और फिनटेक पारिस्थितिकी तंत्र के साथ रिजर्व बैंक की सहभागिता का एक हिस्सा थी।
इस बातचीत में उप गवर्नर एम. राजेश्वर राव, टी. रबी शंकर और स्वामीनाथन जे. के साथ-साथ भुगतान, फिनटेक और विनियमन के प्रभारी कार्यकारी निदेशक भी शामिल हुए।
इस दौरान श्री मल्होत्रा ने भारत की वित्तीय प्रणाली और अर्थव्यवस्था के विकास में फिन-टेक द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका को मान्यता दी, जिसमें भुगतान प्रणाली, खाता एग्रीगेटर और डिजिटल ऋण सेवा प्रदाता शामिल हैं।
गवर्नर ने नवाचार की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि नियामक क्षेत्र में नई संस्थाओं द्वारा अनुपालन सुनिश्चित करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि आरबीआई पारिस्थितिकी तंत्र के प्रतिभागियों के साथ चर्चा को महत्व देता है। इस बातचीत के दौरान, प्रतिभागियों ने विकसित हो रहे भुगतान और फिनटेक पारिस्थितिकी तंत्र, विभिन्न पहलों और रिजर्व बैंक से अपेक्षाओं पर अपनी प्रतिक्रिया साझा की।