रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने आज नई दिल्ली में सिंगापुर के रक्षा मंत्री डॉ. एनजी इंग हेन के साथ छठे भारत-सिंगापुर रक्षामंत्री संवाद की सह-अध्यक्षता की। इस शिखर सम्मेलन में श्री सिंह ने कहा कि दोनों देशों की रणनीतिक साझेदारी दोनों पक्षों के बीच बढ़ती निकटता का प्रमाण है।
उन्होंने कहा कि यह बैठक ऐसे समय में हो रही है। जब भारत अपनी एक्ट ईस्ट नीति का दशक मना रहा है। इसमें सिंगापुर ने आर्थिक सहयोग, सांस्कृतिक संबंध और देश के संस्थानों के साथ उन्नत रणनीतिक संपर्क को बढ़ावा देने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
श्री सिंह ने कहा कि दोनों देशों ने द्विपक्षीय रक्षा साझेदारी पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि भारत रक्षा सहयोग को बढ़ावा देने के प्रति बचनबद्ध है। भारत ने साझा हितों के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का अदान-प्रदान भी किया। सिंगापुर के रक्षामंत्री डॉ. एनजी इंग हेन ने कहा कि भारत की एक्ट ईस्ट नीति का यह दसवां वर्ष है। उन्होंने कहा कि सिंगापुर के दृष्टिकोण से भारत ईस्ट का सदा ही हिस्सा रहा है।
हमारे संवाददाता ने बताया कि भारत और सिंगापुर व्यापक रणनीतिक साझेदारी को साझा करते हैं। द्विपक्षीय रक्षा संबंध इस सहयोग के लिए एक महत्वपूर्ण स्तंभ है। सिंगापुर भारत की एक्ट ईस्ट नीति का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है। सिंगापुर हिन्द-प्रशांत विजन का एक प्रमुख साझेदार भी है। दोनों देशों के बीच रक्षा तथा सुरक्षा साझेदारी हिन्द-प्रशांत क्षेत्र में स्थिरता का एक मुख्य पहलू है।