पंजाब पुलिस ने केंद्र सरकार के कुछ राजनीतिक नेताओं और अन्य पर हमला करने तथा अशांति फैलाने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। ये लोग राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत जेल में बंद पंजाब के सांसद अमृतपाल सिंह की हिरासत अवधि बढ़ाए जाने का विरोध कर रहे थे। इन लोगों के व्हाट्सएप ग्रुप ‘वारिस पंजाब दे टीम’ पर उनकी चैट की ऑडियो क्लिप वायरल होने के बाद कल सुरक्षा एजेंसियों ने यह कदम उठाया। फरीदकोट रेंज के उप महानिरीक्षक अश्विनी कपूर ने मीडिया को बताया कि चार लोगों की पहचान कर ली गई है, जिनमें से 2 को आतंकी संगठनों से कथित संबंध रखने के आरोप में गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम और बीएनएस तथा आईटी अधिनियम की कुछ अन्य धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस इस समूह के 30 से 35 अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है, जो राष्ट्र विरोधी चैट में शामिल थे।
इससे पहले, केंद्रीय रेल एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने रविवार को पंजाब में उनकी और अन्य राजनीतिक नेताओं की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाने के बाद इन लोगों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की थी। इसी तरह, शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने व्हाट्सएप ग्रुप के सभी सदस्यों की गिरफ्तारी की मांग की है, जो कथित तौर पर हाई-प्रोफाइल राजनेताओं की हत्या की साजिश रच रहे थे।