पंजाब सरकार ने राज्य में नशीली दवाओं की समस्या से निपटने के लिए डेटा इंटेलिजेंस और तकनीकी सहायता इकाई बनाने के समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। यह समझौता राज्य सरकार और मौहाली के बी आर आम्बेडकर चिकित्सा विज्ञान संस्थान तथा अमृतसर के विद्यासागर मानसिक स्वास्थ्य संस्थान के बीच हुआ है।
यह इकाई मनोरोग-सामाजिक देखभाल के व्यापक मॉडल की भूमिका निभायेगी और नशे की लत छुड़ाने की चुनौतियों से निपटने की प्रभावी नीति तैयार करने और उसे लागू करने में मदद करेगी। यह इकाई चिकित्सा अधिकारियों और मनोचिकित्सकों, पुलिसकर्मियों स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की क्षमता बढ़ाकर नशा रोकथाम अभियान में सहयोग करेगी।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के राष्ट्रीय नशा उपचार केन्द्र, आईआईटी रोपड़, मुंबई के टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल सांइसेज और पीजीआई चंडीगढ़ भी इस अभियान में सहायता करेंगे।