प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्राम पंचायत प्रमुखों से योग और मोटे अनाज के बारे में जागरूकता फैलाकर समग्र स्वास्थ्य को एक जन आंदोलन बनाने का आग्रह किया है। प्रधानमंत्री ने ग्राम प्रधानों को लिखे पत्र में कहा है कि पंचायत परिसरों, स्कूलों, आंगनबाड़ियों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर योग आधारित कार्यक्रमों का आयोजन लोगों और विशेषकर युवाओं को स्थायी और तनाव मुक्त जीवन शैली अपनाने के लिए प्रेरित करेगा।
10वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के लिए ग्राम पंचायतों के सभी निवासियों को शुभकामनाएं देते हुए, श्री मोदी ने इस आयोजन को योग के वैश्विक प्रभाव और लोगों के जीवन पर इसके सकारात्मक असर का प्रमाण बताया। उन्होंने कहा कि इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का विषय है – स्वयं और समाज के लिए योग। इससे एक स्वस्थ राष्ट्र के निर्माण की दिशा में सरकार के प्रयासों को और बढ़ावा मिलेगा।
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि योग देश की प्राचीन संस्कृति का एक उपहार है जो समग्र स्वास्थ्य में सहायक है। योग का अभ्यास शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनाता है। उन्होंने कहा कि योग और मोटा अनाज यानि श्री अन्न शरीर और मस्तिष्क के लिए आवश्यक है।