प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज संविधान दिवस पर संविधान निर्माताओं को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि उनकी दूरदर्शिता प्रत्येक नागरिक को एक विकसित भारत के निर्माण के लिए प्रेरित करती रहेगी। सोशल मीडिया पोस्ट में श्री मोदी ने कहा कि संविधान मानवीय गरिमा, समानता और स्वतंत्रता को सर्वोच्च महत्व देता है और देशवासियों को अधिकारों से सशक्त बनाता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि संविधान सभी नागरिकों को उनके कर्तव्यों की याद दिलाता है और सभी को सलाह देता है कि वे इन कर्तव्यों को हमेशा पूरा करने का प्रयास करें।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संविधान दिवस के अवसर पर देश के नाम पत्र लिखकर 1949 में संविधान को ऐतिहासिक रूप से अंगीकार किए जाने का स्मरण किया है। राष्ट्र की प्रगति में संविधान की स्थायी भूमिका का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने अपने पत्र में लिखा है कि 2015 में सरकार ने इस पवित्र दस्तावेज़ के सम्मान में 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में घोषित किया था। प्रधानमंत्री ने नागरिकों से अपने कर्तव्यों को सर्वोपरि रखने और अपने मताधिकार का प्रयोग करके लोकतंत्र को मज़बूत करने का भी आग्रह किया।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी इस अवसर पर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं। श्री सिंह ने कहा कि संविधान दिवस सभी को उन दूरदर्शी लोगों की याद दिलाता है जिन्होंने भारत की नींव रखी और नागरिकों को राष्ट्रीय यात्रा का मार्गदर्शन करने के लिए मूल्य सौंपे।