प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्वास व्यक्त किया है कि आने वाले वर्षों में भारत-रूस संबंध और प्रगाढ़ होंगे। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ मुलाकात के दौरान श्री मोदी ने कहा कि लगभग 10 वर्षों में, उनकी 17 बार मुलाकात हुई है और पिछले 25 वर्षों में उनकी लगभग 22 द्विपक्षीय बैठकें हुई हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 40-50 वर्षों से भारत आतंकवाद का सामना कर रहा है। प्रधानमंत्री ने हर तरह के आतंकवाद की निंदा की। उन्होंने कहा कि पिछले पांच वर्षों में कोविड महामारी के कारण विश्व को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। श्री मोदी ने भारत-रूस सहयोग की सराहना करते हुए कहा कि इससे भारतीय किसानों और भारतीय उपभोक्ताओं को मदद मिली है। प्रधानमंत्री ने कहा कि जब दुनिया ईंधन की चुनौती का सामना कर रही थी, तब रूस के समर्थन से भारत को पेट्रोल और डीजल की जरूरतों को पूरा करने में मदद मिली। उन्होंने कहा कि दुनिया को यह स्वीकार करना चाहिए कि ईंधन को लेकर भारत-रूस समझौते ने अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्थिरता लाने में बड़ी भूमिका निभाई है।
इस अवसर पर, श्री पुतिन ने यूक्रेन में संघर्ष को समाप्त करने के लिए समाधान खोजने के प्रयासों के लिए प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद दिया। श्री मोदी ने क्षेत्र में शांति स्थापित करने के लिए हर संभव तरीके से मास्को की सहायता करने के लिए भारत की तत्परता दोहराई थी।