प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज उत्तर प्रदेश के अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर के शिखर पर धर्म ध्वजा फहराई।
यह मंदिर निर्माण के पूर्ण होने तथा सांस्कृतिक उत्सव और राष्ट्रीय एकता के एक नए अध्याय की शुरुआत का प्रतीक है।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि यह ध्वज भारतीय सभ्यता के पुनर्जागरण का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि यह पवित्र ध्वज इस बात का प्रमाण है कि अंततः असत्य पर सत्य की विजय होती है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र इस देश के डीएनए में है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार प्रत्येक व्यक्ति, विशेषकर समाज के वंचित वर्गों के उत्थान के लिए काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि राम भेदभाव नहीं करते और सरकार भी इसी भावना के साथ आगे बढ़ रही है। उन्होंने लोगों से समावेशी दृष्टिकोण अपनाने का आग्रह किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के औपचारिक निर्माण के साथ ही 500 साल पुराना संकल्प पूरा होने से सदियों के घाव और दर्द भरे गए हैं।
अयोध्या नगरी के बारे में श्री मोदी ने कहा कि अयोध्या विकसित भारत की रीढ़ बन रही है और आने वाले वर्षों में यह आध्यात्मिकता और आधुनिक तकनीक के संगम का साक्षी बनेगी।
हमारे संवाददाता ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सुबह अयोध्या में एक रोड शो किया। प्रधानमंत्री ने सप्तमंदिर का दौरा किया और शेषावतार मंदिर में दर्शन किए।
शेषावतार मंदिर देश में भगवान राम के दुर्लभ मंदिरों में से एक है। प्रधानमंत्री ने माता अन्नपूर्णा मंदिर में भी दर्शन किए और रामलला के गर्भगृह में दर्शन और पूजा-अर्चना की।