केंद्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास और संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूर्वोत्तर राज्यों को भारत की प्रगति का प्रवेश द्वार मानते हैं और केंद्र सरकार प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को वास्तविकता में बदलने के लिए काम कर रही है। श्री सिंधिया मेघालय और असम के दो दिवसीय दौरे पर हैं। आज गुवाहाटी के एलबीबीआई हवाई अड्डे पर मीडियाकर्मियों से बात करते हुए श्री सिंधिया ने बताया कि केंद्र ने पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय के लिए बजटीय आवंटन 24 हजार करोड़ से बढ़ाकर लगभग 82 हजार करोड़ कर दिया है। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर हमारी सदियों पुरानी संस्कृति का भंडार है और केंद्र सरकार ‘विकसित भारत‘ और ‘विकसित पूर्वोत्तर‘ के दृष्टिकोण के अनुरूप बुनियादी ढांचे, कनेक्टिविटी, स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा, स्टार्टअप, उद्यमिता और पर्यटन विकास पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
श्री सिंधिया क्षेत्र में विभिन्न परियोजनाओं और पहलों की प्रगति पर चर्चा करने के लिए आज एमडीओएनईआर, एनईसी और राज्य सरकार के अधिकारियों के साथ एनईसी सचिवालय, नोंग्रिम हिल्स, शिलांग में एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करेंगे। एनईसी विजन 2047 पर एक प्रस्तुति और एनईआरएसीई ऐप का शुभारम्भ होगा।
एनईआरएसीई एक एकीकृत डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म है जो किसानों को वैश्विक बाज़ार से जोड़ता है, जो सीधे लेनदेन और मोल-भाव को संभव बनाता है। ऐप में एक बहुभाषी हेल्पलाइन (अंग्रेजी, हिंदी, असमिया, बंगाली, नेपाली, खासी, मिज़ो और मणिपुरी) है और यह किसानों और विक्रेताओं को एकीकृत कर पूर्वोत्तर भारत में कृषि कनेक्टिविटी को बढ़ाता है।
श्री सिंधिया कल असम के गुवाहाटी में एनईडीएफआई हाउस में अधिकारियों से मिलेंगे और क्षेत्र में उद्यमिता और स्टार्टअप को बढ़ावा देने के तरीकों पर चर्चा करेंगे।