प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और आसियान नेताओं ने आसियान-भारत संबंधों में प्रगति की समीक्षा की है और व्यापक रणनीतिक साझेदारी मजबूत करने के उपायों पर विचार-विमर्श किया है। कल मलेशिया के कुआलालंपुर में आसियान-भारत शिखर सम्मेलन को वर्चुअली संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 21वीं सदी भारत और आसियान की है क्योंकि ये साथ मिलकर विश्व की लगभग एक चौथाई आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं।
उन्होंने आसियान-भारत मुक्त व्यापार समझौते की शीघ्र समीक्षा का आह्वान करते हुए कहा कि इससे जनहित में आर्थिक क्षमता का पूरा उपयोग हो सकेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकवाद को क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौती बताते हुए आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष में एकजुटता पर बल दिया।
संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री ने आसियान-भारत व्यापक रणनीतिक साझेदारी लागू करने की कार्य योजना के लिए व्यापक समर्थन की घोषणा की। उन्होंने दूसरे आसियान-भारत रक्षा मंत्रियों की बैठक और आसियान-भारत समुद्री अभ्यास आयोजित करने का भी प्रस्ताव किया। प्रधानमंत्री ने आसियान पॉवर ग्रिड पहल में मदद के लिए नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में 400 पेशेवरों के प्रशिक्षण की भी घोषणा की।