राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु कल शाम हैदराबाद के पास बोलारम में राष्ट्रपति निलयम में भारतीय कला महोत्सव के दूसरे संस्करण का औपचारिक उद्घाटन करेंगी। दस दिन के महोत्सव में पश्चिमी भारत की परंपराओं को हैदराबाद में प्रदर्शित किया जाएगा। गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, गोवा, दादरा और नगर हवेली तथा दमन और दीव केंद्र शासित प्रदेश महोत्सव में भाग लेंगे।
राष्ट्रपति निलयम में कल शाम एक पोस्टर लॉन्च पर राष्ट्रपति भवन के विशेष कार्याधिकारी स्वाति शाही और जनसंपर्क अधिकारी कुमार समरेश ने मीडिया को बताया कि पश्चिमी भारत कला महोत्सव में पिछले वर्ष की तुलना में बड़ी संख्या में दर्शकों के आने की संभावना है। इस वर्ष महोत्सव में लगभग डेढ़ लाख लोगों के आने का अनुमान है।
अधिकारियों ने बताया कि महोत्सव साहित्य के अलावा सामाजिक, सांस्कृतिक, शिल्प और व्यंजनों के लिए एकल मंच होगा और आगंतुक पारंपरिक हथकरघा, हस्तशिल्प और क्षेत्रीय उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला का पता लगा सकेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि गुजरात की कच्छ बंधनी, राजस्थान की कोटा डोरिया साड़ियाँ और पट्टू सूती बुने हुए कपड़े, महाराष्ट्र की कोल्हापुरी चप्पलें और पैठणी साड़ियाँ, और गोवा की कुम्बी साड़ियाँ भी मुख्य आकर्षण होंगी।
13 विशेष स्टॉलों वाला एक क्षेत्रीय फ़ूड कोर्ट भी प्रमुख आकर्षणों में से एक होने की उम्मीद है। आम जनता के लिए प्रवेश शनिवार, 22 तारीख से शुरू होकर इस महीने की 30 तारीख तक रहेगा। संस्कृति, पर्यटन और वस्त्र मंत्रालयों के सहयोग से राष्ट्रपति भवन इस कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है।