राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कार्यबल में महिलाओं की अधिक भागीदारी पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि भारत के विश्व की तीसरी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर होने को देखते हुए यह आवश्यक है। आज नई दिल्ली में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में नारी शक्ति से विकसित भारत पर एक दिन के सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा कि देश की बेटियां विकसित भारत का स्वप्न साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। उन्होंने महिलाओं की प्रगति में सहयोगी अवसर सृजित करने में समाज की भूमिका पर बल दिया।
राष्ट्रपति ने कहा कि केन्द्र सरकार यह सुनिश्चित करने की दिशा में लगातार प्रयासरत है कि देश की महिलाएं राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त हों और विकसित भारत का स्वप्न साकार करने में सक्षम हों।
उन्होंने कहा कि लोकसभा और राज्य विधानसभा में महिलाओं के लिए आरक्षण का प्रावधान एक ऐतिहासिक कदम है। महिलाओं को स्वसहायता समूहों से जोड़ने, आर्थिक स्वावलंबन के लिये लखपति दीदी कार्यक्रम और नमो ड्रोन दीदी योजना जैसे सरकार के प्रयासों से विभिन्न स्तरों पर महिलाओं में आत्मविश्वास बढ़ रहा है और वे सफलता की नई ऊचाईंयों की ओर अग्रसर हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस महिलाओं के अमूल्य योगदान को सम्मानित करने और स्त्री पुरूष समानता को और सुदृढ करने का अवसर है।
केन्द्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और अन्नपूर्णा देवी ने भी समारोह को संबोधित किया। महिला और बाल विकास राज्य मंत्री सावित्री ठाकुर, संसद की महिला सदस्य, सशस्त्र बलों की महिला कर्मी और विभिन्न क्षेत्रों की विशिष्ट महिलाएं भी इस अवसर पर मौजूद थीं। सम्मेलन के बाद उच्च स्तरीय विचार विमर्श और तकनीकी सत्रों का भी आयोजन हुआ।