फ़रवरी 11, 2025 7:40 अपराह्न

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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने यूनानी दिवस पर दो-दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा है कि आज भारत यूनानी पद्धति में शिक्षा, अनुसंधान, स्वास्थ्य देखभाल और दवाओं के निर्माण के मामले में दुनिया में अग्रणी स्थान रखता है। आज शाम नई दिल्ली में यूनानी दिवस पर दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि आज यूनान और मध्य एशिया के देशों में यूनानी चिकित्सा पद्धति का उतना उपयोग नहीं होता, जितना भारत में होता है।

 

उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि यूनानी प्रणाली से जुड़े शोधकर्ता और चिकित्सक आधुनिक तरीकों और प्रौद्योगिकी के उपयोगी पहलुओं को अपना रहे हैं। 

 

    राष्ट्रपति ने कहा कि देश ने स्वास्थ्य के प्रति समग्र दृष्टिकोण अपनाया है और विभिन्न चिकित्सा प्रणालियों को उचित सम्मान देकर सशक्त बनाने का प्रयास किया जा रहा है।

 

उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति 2017 के अनुसार यूनानी समेत आयुष चिकित्सा पद्धतियों को मुख्यधारा में लाने पर विशेष जोर दिया जा रहा है।

 

     उन्होंने कहा कि भारतीय चिकित्सा प्रणाली के लिए राष्ट्रीय आयोग के मार्गदर्शन में कई यूनानी चिकित्सा शिक्षण संस्थानों में अध्ययन और अनुसंधान चल रहा है तथा पोस्‍ट गेजुएशन और पीएचडी कार्यक्रम भी शुरू किए गए हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यूनानी चिकित्सा विज्ञान में नई पीढ़ियां ज्ञान और अनुभव की प्राचीन विरासत को मजबूत करेंगी।