प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रूस के कज़ान में 16वें ब्रिक्स सम्मेलन से अलग, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से द्विपक्षीय वार्ता की है। बातचीत के दौरान श्री मोदी ने भारत का यह रूख दोहराया कि रूस-युक्रेन संघर्ष का समाधान शांतिपर्वूक किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत, मानवीय प्रयासों को प्राथमिकता देकर क्षेत्र में जल्द शांति और स्थिरता फिर से स्थापित करने का समर्थन करता है।
श्री मोदी ने कहा कि भारत इस दिशा में हर प्रकार से सहयोग देने को तैयार है। उन्होंने कहा कि उनकी हाल की रूस यात्रा दोनों देशों के बीच सामंजस्य और गहरी मित्रता दर्शाती है। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि यह बहुत खुशी की बात है कि उन्हें ब्रिक्स सम्मेलन के लिए कज़ान जैसे सुन्दर शहर की यात्रा का अवसर मिला है। उन्होंने कहा कि इस शहर के साथ भारत का गहरा और ऐतिहासिक संबंध है।
श्री मोदी ने कहा कि कज़ान में भारत का नया वाणिज्य दूतावास खोले जाने से दोनों देशों के संबंध और मजबूत होंगे। उन्होंने कहा कि ब्रिक्स ने 15 वर्षों में अपनी विशेष पहचान बनाई है और अब दुनिया के कई देश इस समूह में शामिल होने के इच्छुक हैं।
रूस के राष्ट्रपति ने कज़ान में वाणिज्य दूतावास खोलने के भारत के फैसले का स्वागत किया। इससे पहले श्री मोदी ने कहा कि भारतीय समुदाय ने विश्व भर में अपने महत्वपूर्ण योगदान से प्रतिष्ठा हासिल की है। कज़ान में श्री मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किये जाने के बाद उन्होंने ट्वीट कर कहा कि दुनिया में भारतीय संस्कृति की लोकप्रियता देखकर उन्हें प्रसन्नता का अनुभव हो रहा है।
प्रधानमंत्री कल से शुरू हो रहे दो दिवसीय ब्रिक्स सम्मेलन में भाग लेने के लिए कज़ान गये हैं। सम्मेलन का विषय है- न्यायसंगत वैश्विक विकास और सुरक्षा। रूस में भारत के राजदूत विनय कुमार ने कज़ान में आकाशवाणी संवाददाता से बातचीत में कहा कि इस सम्मेलन से नेताओं को प्रमुख वैश्विक मुद्दों पर चर्चा के लिए एक महत्वपूर्ण मंच मिलेगा। इसमें ब्रिक्स द्वारा शुरू की गई पहलों की प्रगति का आकलन किया जायेगा।
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कज़ान के लिए रवाना होते समय अपने बयान में कहा कि भारत ब्रिक्स के साथ अपने निकट सहयोग को महत्व देता है।
उन्होंने कहा कि ब्रिक्स, वैश्विक विकास एजेन्डा, बहुपक्षीय सुधार, जलवायु परिवर्तन, आर्थिक सहयोग, परिवर्तनशील आपूर्ति चेन का निर्माण, संस्कृति और लोगों के बीच सम्पर्क को बढ़ावा देने जैसे मुद्दों पर चर्चा के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में उभरा है। ब्रिक्स देशों के समूह में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन के साथ अपनी मुलाकात को सार्थक बताया है। एक सोशल मीडिया पोस्ट में उन्होंने कहा कि भारत और रूस के बीच बहुत गहरे संबंध हैं। श्री मोदी ने कहा कि बातचीत इस बात पर केंद्रित रही कि विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय साझेदारी को और अधिक मजबूत कैसे बनाया जाए।