प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि भारत की मेक इन इंडिया यात्रा में एक नया अध्याय जुड़ रहा है। उन्होंने कहा कि आज मेक इन इंडिया और मेक फॉर द वर्ल्ड के राष्ट्रीय लक्ष्य में एक महत्वपूर्ण दिन है। वे गुजरात में टीडीएस लिथियम आयन बैटरी संयंत्र में हाईब्रिड बैटरी इलेक्ट्रोड के उत्पादन का शुभारंभ करने के बाद जनसभा को संबोधित कर रहे थे। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह अवसर, भारत और जापान के बीच की मित्रता को नया आयाम देगा।
प्रधानमंत्री ने भारत और जापान के बीच सुदृढ़ हो रही भागीदारी का उल्लेख किया। उन्होंने वर्ष 2047 तक आत्मनिर्भर बनने की भारत की यात्रा में जापान के एक मुख्य विकास साझेदार देश के रूप में पुष्टि की। श्री मोदी ने कहा कि भारत के पास लोकतंत्र की ताकत है, काम करने वाले युवाओं की संख्या अधिक है तथा बड़ी संख्या में कुशल कामगार भी हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह भारत के हर साझेदार देश के लिए यह लाभदायक स्थिति है। उन्होंने कहा कि मारूति-सुजुकी जैसी कंपनियां मेक इन इंडिया की ब्रैंड एम्बेस्डर बन गई हैं।
स्वच्छ ऊर्जा के महत्व पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पर्यावरण अनुकूल यातायात व्यवस्था भविष्य है और भारत इनके समाधानों के लिए एक विश्वसनीय केन्द्र बनने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि सरकार के उपायों से पिछले एक दशक में देश में इलेक्ट्रोनिक उत्पादन में पांच 100 गुना वृद्धि हुई है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आगे बढ़ते हुए भारत का ध्यान भावी उद्योगों पर होगा। विकास को लेकर भारत के संकल्प पर प्रधानमंत्री ने कहा कि विनिर्माण मिशन के साथ-साथ सरकार ने दुर्लभ पृथ्वी चुंबक के लिए ऑटो उद्योगों की बढती मांग को पूरा करने के लिए राष्ट्रीय महत्वपूर्ण खनिज मिशन भी शुरू किया है।
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने आज गुजरात के हंसलपुर से मेड इन इंडिया बैटरी इलेक्ट्रिक वाहन ई-विटारा को झंडी दिखाई। ये वाहन यूरोप और जापान जैसे प्रमुख बाजारों सहित सौ से अधिक देशों में निर्यात किए जाएंगे। उन्होंने अहमदाबाद में हंसलपुर में सुजुकी मोटर के संयंत्र में प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। प्रधानमंत्री, गुजरात के दो दिन के दौरे पर हैं।
स्वच्छ ऊर्जा में आत्मनिर्भरता हासिल करने की दिशा में एक बडा कदम उठाते हुए प्रधानमंत्री ने हंसलपुर आधारित टीडीएस लिथियम आयन बैटरी संयंत्र में हाईब्रिड बैटरी इलेक्ट्रोड के स्थानीय उत्पादन की शुरूआत के साथ भारत के बैटरी तंत्र के नये चरण का शुभारंभ किया। यह संयंत्र तोशिबा, डेन्सो और सुजुकी का संयुक्त उपक्रम है। इससे घरेलू विनिर्माण और स्वच्छ ऊर्जा में नवाचार को बल मिलेगा। अस्सी प्रतिशत से अधिक बैटरी वेल्यू का निर्माण अब देश में ही होगा। यह संयंत्र देश में पर्यावरण अनुकूल विनिर्माण को मजबूती देगा। एक सोशल मीडिया पोस्ट में प्रधानमंत्री ने कहा कि आज का दिन पर्यावरण अनुकूल परिवहन के क्षेत्र में एक केन्द्र के रूप में उभरने और आत्मनिर्भरता हासिल करने के भारत के प्रयासों का विशेष दिन है। उन्होंने कहा कि इन प्रयासों से भारत के बैटरी तंत्र को बहुत मजबूती मिलेगी।