गोरखालैंड प्रादेशिक प्रशासन (दार्जिलिंग हिल्स) और सिलीगुड़ी, तराई-डुआर्स क्षेत्रों में महासप्तमी की पूर्व संध्या पर धार्मिक उत्साह के साथ फूलपाती शोभा यात्रा आयोजित की गई। नेपाली भाषी गोरखा समुदाय विशेष रूप से फूलपाती को पारंपरिक तरीके से मनाता है।
पारंपरिक पोशाक पहनकर हजारों लोगों ने माता दुर्गा के भजन और जयकारा लगाते हुए शोभा यात्रा में शामिल हुए। इसमें देवी दुर्गा की पालकी सहित अन्य देवी-देवताओं की झांकियां प्रदर्शित की गईं।
जुलूस में बौद्ध समेत विभिन्न धार्मिक, सामाजिक और सांस्कृतिक संगठन शामिल हुए।