प्रति व्यक्ति मासिक-व्यय में वर्ष 2022-23 के मुकाबले वर्ष 2023-24 में वृद्धि दर्ज की गई है। यह वृद्धि ग्रामीण क्षेत्रों में नौ प्रतिशत और शहरी क्षेत्रों में लगभग आठ प्रतिशत बढ़ी है। सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा जारी घरेलू उपभोग व्यय सर्वेक्षण 2023-24 के अनुसार, ग्रामीण क्षेत्रों में औसत प्रति व्यक्ति मासिक व्यय चार हजार 122 रुपये और शहरी क्षेत्रों में छह हजार नौ सौ 96 रुपये होने का आकलन किया गया है।
हमारे संवाददाता ने बताया कि सर्वेक्षण में ढाई लाख 60 हजार से अधिक परिवारों को शामिल किया गया। आंकड़ों के अनुसार ग्रामीण उपभोग शहरी उपभोग की तुलना में तेजी से बढ़ रहा है। शहरी और ग्रामीण उपभोग के बीच अंतर काफी कम हो गया है। मासिक प्रति व्यक्ति व्यय में शहरी-ग्रामीण उपभोग अंतर वर्ष 2011-12 में 84 प्रतिशत से घटकर वर्ष 2022-23 में 71 प्रतिशत हो गया है।
सर्वेक्षण के अनुसार प्रति व्यक्ति मासिक व्यय में गैर-खाद्य वस्तुओं की प्रमुख हिस्सेदारी है। यह ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग 53 प्रतिशत और शहरी क्षेत्रों में 60 प्रतिशत है। सर्वेक्षण में यह भी कहा गया है कि ग्रामीण और शहरी परिवारों के द्वारा खाद्य वस्तुओं पर किये गये व्यय में पेय पदार्थ, जलपान और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों की भी प्रमुख हिस्सेदारी है।