पाकिस्तान ने कल सभी वैध अफगान प्रवासियों को 31 मार्च तक देश छोड़ने का आदेश जारी किया। इस आदेश से एक दिन पहले अफगानिस्तान के शरणार्थी और प्रत्यावर्तन मामलों के मंत्रालय ने पाकिस्तान सरकार से अफगानों के निष्कासन की प्रक्रिया को धीमा करने का आग्रह किया था।
आदेश में अफगान नागरिक कार्ड (एसीसी) वाले लोगों से अगले तीन सप्ताह के भीतर देश छोड़ने का आह्वान किया गया है, जिसमें कहा गया है कि वैध प्रवासियों का निर्वासन पहली अप्रैल से शुरू होगा। पाकिस्तान की मीडिया के अनुसार इससे पाकिस्तान में रहने वाले लगभग नौ लाख अफगान प्रवासी प्रभावित होंगे।
पाकिस्तान ने अफगानिस्तान से सक्रिय आतंकवादियों को देश में बढती हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहराया था, जिसके बाद उसने अक्टूबर 2023 में अवैध विदेशी प्रत्यावर्तन कार्यक्रम शुरू किया।
संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी के आंकड़ों के अनुसार, निष्कासन अभियान शुरू होने के बाद से आठ लाख 42 हजार से अधिक अफगान पाकिस्तान छोड़ चुके हैं, जिनमें 40 हजार से अधिक संख्या निर्वासितों की है।