11 हजार से अधिक अफगान शरणार्थियों को एक ही दिन में ईरान और पाकिस्तान से जबरन निर्वासित किया गया। तालिबान के उप प्रवक्ता हमदुल्लाह फ़ित्रत ने यह जानकारी और उच्चायोग की रिपोर्ट सोशल मीडिया पर साझा की। रिपोर्ट के अनुसार 11 हजार से अधिक लोग शनिवार को अपने देश लौटे। तालिबानी प्रवक्ता ने बताया कि अफगानिस्तान लौटे दो हजार दो सौ 87 शरणार्थियों को उनके घर तक पहुँचाया गया, जबकि 1760 लोगों को मानवीय सहायता उपलब्ध करायी गई। लौटने वाले अफगानों को लगभग एक हजार सिम कार्ड भी दिए गए।
पिछले सप्ताह की शुरुआत में, लगभग 400 अफगान नागरिक, पेशावर उच्च न्यायालय पहुँचे। उन्होंने अदालत से सरकार को जबरन निर्वासन रोकने का आदेश देने का अनुरोध किया। शरणार्थियों ने कहा कि पाकिस्तान की जबरन वापसी नीति संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायोग के मौजूदा समझौतों और पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं के खिलाफ है।