रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि ऑपरेशन सिंदूर महज सैन्य कार्रवाई नहीं है, बल्कि भारत की राजनीतिक, सामाजिक और सामरिक इच्छा शक्ति का प्रतीक है। आज लखनऊ में ब्रह्मोस एयरोस्पेस इंटिग्रेशन एण्ड टेस्टिंग फेसिलिटी का वर्चुअल माध्यम से उद्धाटन करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि इस ऑपरेशन से आतंकवाद के खिलाफ भारत की दृढ़ इच्छा शक्ति और सैन्य शक्ति का पता चलता है।
उन्होंने कहा कि जब भी भारत आतंकवाद के खिलाफ कोई कार्रवाई करेगा तो सीमा पार के क्षेत्र आतंकवादियों और उनके आकाओं के लिए सुरक्षित नहीं रहेंगे। श्री सिंह ने कहा कि भारतीय सेनाओं ने ऑपरेशन सिंदूर पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों को नष्ट करने के उद्देश्य से शुरू किया था और रिहायशी इलाकों को कतई लक्ष्य नहीं बनाया गया। लेकिन पाकिस्तान ने भारत के रिहायशी इलाकों को निशाना बनाया और साथ ही मंदिरों, गुरूद्वारों और चर्चो पर भी हमले किए।
श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि ब्रह्मोस एयरोस्पेस इंटिग्रेशन एण्ड टेस्टिंग फेसिलिटी से देश की मारक शक्ति बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि आज राष्ट्रीय टेक्नॉलाजी दिवस पर इस सुविधा का शुरू होना विशेष रूप से महत्वपूर्ण है।
1998 में आज के ही दिन हमारे वैज्ञानिकों ने पोखरण में सफल परमाणु परीक्षण करके विश्व को भारत की शक्ति का परिचय दिया था। रक्षा मंत्री ने कहा कि यह परीक्षण वैज्ञानिकों, इंजीनियरों, रक्षाकर्मियों और अन्य हितार्थियों के अथक प्रयासो से संभव हुआ था।
उन्होंने कहा कि ब्रह्मोस दुनिया के सबसे तेज़ सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइलों में से है और यह केवल अस्त्र नहीं है, बल्कि अपने आप में देश की सशस्त्र सेनाओं की क्षमता का संदेश है। रक्षा मंत्री ने कहा कि आज भारत की गिनती दुनिया के सबसे शक्तिशाली देशों में होती है।