पूर्व केन्द्रीय मंत्री और जनसंघ के संस्थापक डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्य तिथि पर आज केन्द्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता औऱ विधानसभा अध्यक्ष विजेन्द्र गुप्ता ने उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनके बलिदानी जीवन का स्मरण किया।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भाजपा और जनसंघ के कार्यकर्ताओं के लिए डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिर्फ एक नेता या व्यक्ति नहीं थे बल्कि वह एक विचार हैं जो आज भी जीवत है। उन्होंने कहा कि आज से 72 साल पहले देश में एक विचार के ख़िलाफ़ कि देश में दो व्यवस्था नहीं हो सकती, उन्होंने जम्मू कश्मीर में प्रवेश किया था। और उसके बाद जो हुआ वह इतिहास बन गया लेकिन उनके बलिदान को साकार करने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को मौका मिला जब 2019 में धारा 370 को लम्बित किया। श्री प्रधान ने कहा कि एक देश-एक विधान के लिए संघर्ष करते हुए उन्होंने ख़ुद को बलिदान कर दिया।
वहीं, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने राष्ट्र की एकता और अखंडता की लड़ाई शुरू की। उन्होंने कहा कि 1947 में देश आजाद तो हो गया लेकिन उसके बाद देश को अखंडता की लड़ाई लड़नी पड़ी और इसके कोई परोधा थे तो वह डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी थे। श्रीमती गुप्ता ने कहा कि डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को सही मायने में श्रृद्धाजंलि प्रधानमंत्री मोदी ने जम्मू-कश्मीर में धारा 370 को हटाकर दी।