ओडिशा में चक्रवात ‘दाना’ से प्रभावित केंद्रपाड़ा, भद्रक, बालासोर और जगतसिंहपुर के तटीय जिलों में स्थिति सामान्य करने के लिए युद्ध स्तर पर राहत और मरम्मत कार्य चलाये जा रहे हैं। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, ओडिशा आपदा त्वरित कार्रवाई बल, अग्निशमन सेवा, ऊर्जा और अन्य विभागों के कर्मचारी आज रात तक सड़क संपर्क और बिजली आपूर्ति बहाल करने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने भुवनेश्वर में चक्रवात के बाद की स्थिति की समीक्षा की और प्रभावित जिलों के कलेक्टरों से नुकसान का आकलन करने और अपनी रिपोर्ट सौंपने को कहा है। श्री माझी ने कहा कि राज्य ने अपना ‘जीरो कैजुअल्टी मिशन’ हासिल कर लिया है, क्योंकि भीषण चक्रवाती तूफान के कारण किसी भी व्यक्ति की जान नहीं गई है।
इस बीच, भितरकनिका राष्ट्रीय उद्यान और धर्मा के बीच तट पर टकराने के बाद दाना तूफान कमजोर हो गया है और 7 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उत्तरी ओडिशा को पार कर रहा है। तूफान के कारण कई इलाकों में बिजली की लाइनें टूट गईं और बड़ी संख्या में पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए हैं। कच्चे मकानों के क्षतिग्रस्त होने और हजारों हेक्टेयर में धान की खडी फसल को नुकसान होने की भी खबर है।