संचार मंत्रालय ने बताया है कि 22 अक्टूबर को ‘अंतर्राष्ट्रीय इनकमिंग फर्जी कॉल रोकथाम प्रणाली’ के शुभारंभ के बाद से दो महीने में भारतीय नंबरों से फर्जी अंतर्राष्ट्रीय कॉल की संख्या में 90 प्रतिशत से अधिक की कमी दर्ज की गई है। दिसंबर 2024 में आई रिपोर्टों के अनुसार, भारतीय नंबरों से पहचाने गए और ब्लॉक किए गए फर्जी कॉल की संख्या छह लाख दर्ज की गई जिनकी संख्या अक्टूबर में एक दशमलव तीन पांच करोड़ थी।
मंत्रालय ने बताया कि यह प्रणाली, विदेश से किए जा रहे कॉल के माध्यम से किए जा रहे साइबर अपराधों से सफलतापूर्वक निपटने में सक्षम है। दूरसंचार विभाग ने नागरिकों को अपरिचित अंतर्राष्ट्रीय नंबरों से आने वाली कॉल का जवाब देने के संबंध में सावधानी बरतने की सलाह दी है।
ये नंबर +91 कोड से शुरू नहीं होते हैं और सरकारी अधिकारी होने का दावा करते हैं। नागरिकों को संचार साथी पोर्टल में चक्षु सुविधा पर ऐसे संदिग्ध धोखाधड़ी वाली कॉल को रिपोर्ट करने की सलाह दी गई है।
मंत्रालय ने बताया कि जिन लोगों को धनहानि हुई है या साइबर अपराध के शिकार हुए हैं, उन्हें घटना की तुरंत साइबर अपराध हेल्पलाइन नंबर 1930 या वेबसाइट www.cybercrime.gov.in पर रिपोर्ट करनी चाहिए।
दूरसंचार विभाग साइबर धोखाधड़ी और साइबर अपराधों में दूरसंचार संसाधनों के दुरुपयोग को रोकने के लिए अपनी क्षमता को मजबूत करने की दिशा में सक्रिय कदम उठा रहा है।