राष्ट्रीय महिला आयोग ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक डॉक्टर के दुष्कर्म और हत्या के मामले में कोलकाता की सत्र अदालत के फैसले का स्वागत किया है। आयोग ने एक बयान में कहा कि अभियोजन पक्ष की दोषी को मृत्युदंड दिए जाने की वकालत के बावजूद, वह उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाए जाने के अदालत के फैसले को स्वीकार करता है।
आयोग ने कहा कि यह सजा समाज में न्याय की भावना पैदा करेगी और सभी को याद दिलाएगी कि ऐसे अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा।