केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा है कि हर व्यक्ति को उसकी क्षमता के अनुसार काम देना और उसे देश के विकास से जोड़कर हर परिवार को समृद्ध बनाना सहकारिता आंदोलन से ही संभव है। केंद्र के प्रयासों और सहकारी आंदोलन को विशेष प्रोत्साहन दिये जाने के कारण पिछले तीन वर्षों में सहकारी क्षेत्र में तेजी आई है।
श्री शाह ने पुणे में जनता सहकारी बैंक के प्लेटिनम जुबली समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी सरकार ने देश के सहकारिता क्षेत्र को नया आयाम दिया है। उन्होंने कहा कि सेंट्रल रजिस्टर कोऑपरेटिव सोसाइटी का पहला क्षेत्रीय कार्यालय पुणे में खोला जाएगा। उन्होंने कहा कि देश भर के सहकारी बैंकों को वित्तीय कठिनाइयों से बाहर निकालने में मदद करने के लिए एक अम्ब्रेला संगठन का गठन किया गया है और यह संगठन सभी सहकारी बैंकों को मजबूत करने का काम करेगा। उन्होंने कहा कि सहकारिता क्षेत्र में निरंतर विकास के लिए नई प्रौद्योगिकियों को अपनाया जाना जरूरी है।
केंद्रीय गृह मंत्री ने इससे पहले पुणे में पश्चिमी क्षेत्रीय परिषद की 27वीं बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने सहकारी बैंकों से काम-काज में प्रौद्योगिकी को अपनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि सहकारिता क्षेत्र से संबंधित शिक्षा को बढावा देने के लिए सहकारिता विश्वविद्यालय विधेयक लाया जाएगा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नवीस, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार और एकनाथ शिंदे, केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरली धर मोहोल, उच्च और तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री चंद्रकांत पाटिल और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।