विदेश राज्य मंत्री पबित्रा मार्गेरिटा ने कहा है कि भारतीय उद्योग परिसंघ-सी.आई.आई. और बिम्सटेक व्यापार मंच सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों, नीति निर्माताओं और विचारकों, उद्योग और शिक्षा जगत, व्यापार संघों और व्यक्तिगत निवेशकों के महत्वपूर्ण प्रतिनिधियों को एक ही मंच पर ला रहा है।
नई दिल्ली में कल शिखर सम्मेलन में श्री मार्गेरिटा ने कहा कि वह इस तथ्य से भी प्रोत्साहित हैं कि महिलाओं को व्यापार की मुख्यधारा में लाना शिखर सम्मेलन की कार्यसूची का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकास के दृष्टिकोण के अनुरूप है जो न केवल महिला केंद्रित है बल्कि महिला-नेतृत्व को प्रोत्साहित करने वाला भी है। श्री मार्गेरिटा ने कहा कि महिलाओं के नेतृत्व वाला विकास भी भारत की जी-20 अध्यक्षता का एक अभिन्न अंग है और सतत विकास के लिए अनिवार्य है।
श्री मार्गेरिटा ने इस बात पर जोर दिया कि बिम्सटेक क्षेत्र में दुनिया की लगभग 25 प्रतिशत आबादी रहती है, जो प्राकृतिक और मानवीय दोनों तरह के संसाधनों से भरपूर है। उन्होंने कहा कि बिम्सटेक भारत के लिए विशेष महत्व रखता है और यह हमारी और पड़ोसियों और पूर्वी देशों को प्राथमिकता देने और सागर नीतियों के केंद्र में है। मंत्री ने कहा कि भारत युवाओं की क्षमता का दोहन करने के लिए कौशल विकास और क्षमता निर्माण पहल को प्राथमिकता दे रहा है।
बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग के लिए बंगाल की खाड़ी पहल (बिम्सटेक) शिखर सम्मेलन का पहला आयोजन कल नई दिल्ली में किया जा रहा है। शिखर सम्मेलन का उद्देश्य बिम्सटेक के सदस्य देशों के बीच मजबूत व्यापार और निवेश संबंधों के माध्यम से अधिक क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा देना है।
बिम्सटेक सात देशों का समूह है, जिसमें बांग्लादेश, भूटान, नेपाल, भारत, श्रीलंका, म्यांमार और थाईलैंड शामिल हैं।