लद्दाख में पुरिग कल्चरल एंड लिटरेरी सोसाइटी- पीसीएलएस कारगिल ने पश्कुम के ग्रामीणों के साथ मिलकर पारंपरिक त्योहार मेंडोक आरग्यास्पा को मनाने के लिए ज़गांग पश्कुम में एक सांस्कृतिक और साहित्यिक संगोष्ठी का आयोजन किया। कारगिल के कार्यवाहक मुख्य कार्यकारी पार्षद (सीईसी) काचो मोहम्मद फ़िरोज़ प्रमुख साहित्यकारों और सामुदायिक नेताओं के साथ मुख्य अतिथि की भूमिका में मौजूद रहे।
कार्यवाहक सीईसी ने कारगिल की समृद्ध संस्कृति, भाषा, कला, इतिहास और जातीय खाद्य पदार्थों के संरक्षण के महत्व पर प्रकाश डाला। काचो मोहम्मद फ़िरोज़ ने सांस्कृतिक विरासत की रक्षा के लिए भारतीय संविधान की 8वीं अनुसूची में पुरीगी भाषा को शामिल करने के महत्व पर भी बल दिया।