दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने आज बताया कि मेघालय की जयंतिया पहाड़ियों की प्रसिद्ध लाकाडोंग हल्दी दिल्ली के बांसेरा स्थित यमुना के किनारे में सफलता से उग गई है। श्री सक्सेना ने सोशल मीडिया के माध्यम से बताया कि यह दिल्ली विकास प्राधिकरण – डीडीए के प्रयासों से संभव हो पाया है जिसने मेघालय से 500 किलोग्राम हल्दी के बीज लाकर उन्हें बांसेरा में घने बांस के पेड़ों के नीचे लगाया। उपराज्यपाल ने रेखांकित किया कि बांसेरा के 30 हजार से अधिक बांस के पेड़ हल्दी के विकास के लिए अनुकूल वातावरण तैयार करेंगे। उन्होंने कहा कि इस वर्ष जून में लगाई गई इस हल्दी की पहली फसल अगले साल जनवरी तक पूरी होने की उम्मीद है। हल्दी के पौधों की खासियत को रेखांकित करते हुए उपराज्यपाल ने कहा कि दिल्ली की जलवायु में इस बेहतरीन गुणवत्ता वाली हल्दी ने जीवित रहने की 80 प्रतिशत दर के साथ आशाजनक परिणाम दिखाए हैं। उन्होंने बताया कि चंदन, चिनार, चेरी ब्लॉसम, हरे सेब, वॉटर एप्पल और अंगूर के रोपण के सफल प्रयोगों के बाद लाकाडोंग हल्दी की खेती शहर में हो रही है। श्री सक्सेना ने बताया कि इन प्रयासों से दिल्ली की वनस्पतियों में विविधता लाने के अलावा, इस मिथक को भी तोड़ दिया गया है कि ऐसे पौधे और पेड़ दिल्ली में नहीं उगाए जा सकते हैं।
Site Admin | अक्टूबर 2, 2024 7:10 अपराह्न
मेघालय की प्रसिद्ध लाकाडोंग हल्दी दिल्ली में यमुना के किनारे सफलता से उगी